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सपनों का घर बना मुसीबत का ठिकाना! रास्ता बंद, चार साल से न्याय का इंतजार”

मामला गोड़हर के पास रमकुई गांव का है, जहां एक परिवार को अपना ही घर नसीब नहीं हो रहा।

“सपनों का घर बना मुसीबत का ठिकाना! रास्ता बंद, चार साल से न्याय का इंतजार”

रीवा। शहर में जमीन की खरीद-बिक्री में झूठे वादों और जमीनी हकीकत का फर्क एक बार फिर सामने आया है। मामला गोड़हर के पास रमकुई गांव का है, जहां एक परिवार को अपना ही घर नसीब नहीं हो रहा। वजह—रास्ता बंद और प्रशासन की चुप्पी।

पीड़ित परिवार ने बताया दर्द

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रीति सोनी और उनके पति राजेश सोनी ने वर्ष २०२१ में रमकुई में एक प्लॉट खरीदा था। उन्हें बताया गया कि १८ फीट चौड़ा रास्ता है जिससे प्लॉट तक सुगमता से पहुंचा जा सकता है। घर भी बना लिया, लेकिन अब वह रास्ता सुनील द्विवेदी द्वारा बाउंड्रीवाल बनवाकर पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

बारिश में और बढ़ी मुसीबत

रास्ता बंद होने से हल्की बारिश में भी पानी भर जाता है और घर तक पहुंचना नामुमकिन हो जाता है। मजबूरी में पीड़ित परिवार पड़ोसियों के यहां रहने को मजबूर हो गया है।

खरीदारी के समय कोई आपत्ति नहीं, अब रास्ते की भी कीमत मांगी जा रही

प्रीति सोनी का कहना है कि उन्होंने यह प्लॉट अनिल द्विवेदी और अनूप कुमार से खरीदा था। तब तक किसी ने कोई आपत्ति नहीं की। लेकिन अब जब वे घर बनाकर रहने लगे तो रास्ता ही अवरुद्ध कर दिया गया है। और तो और, वैकल्पिक रास्ते के लिए भी पैसे मांगे जा रहे हैं।

सीएम हेल्पलाइन में भी मामला लंबित

पीड़ित परिवार ने २४ जुलाई २०२४ को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्हें बताया जा रहा है कि मामला एल-४ में है, पर किसी अधिकारी ने पक्ष जानने की भी कोशिश नहीं की।

प्रशासन को सौंपे कई आवेदन, फिर भी सन्नाटा

शिकायतकर्ता परिवार ने उपमुख्यमंत्री डॉ. राजेन्द्र शुक्ला, कलेक्टर प्रतिभा पाल, तहसीलदार शिव पूरज शुक्ल और एसडीएम वैशाली जैन को कई बार आवेदन सौंपा है, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला।

न्याय की आस में परेशान परिवार

चार साल बीत गए, पर प्रशासन की चुप्पी टूटने का नाम नहीं ले रही। पीड़ित परिवार शासन-प्रशासन से मांग कर रहा है कि तत्काल कार्रवाई कर उन्हें उनका वैध रास्ता दिलवाया जाए और दोषियों पर सख्त

कार्रवाई हो।

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